आज हम बात करेंगे पाइल्स, फिशर, फिस्टुला और पायलोनिडल साइनस में क्या अंतर है?
[What is the difference between the piles, fissure, fistula, and pilonidal sinus?]
बहुत से लोगो में ये भ्रम की स्थिति होती है की पाइल्स किसे कहते हैं? , फिशर किसे कहते हैं? फिस्टुला किसे कहते हैं? और पायलोनिडल साइनस किसे कहते हैं?
समान्यतः लोगो में यही धारणा है की इन सभी बिमारिओं का नाम सिर्फ पाइल्स ही होता है। लेकिन ये चारो अलग तरह की बीमारियां होतीं हैं इनके होने के अलग अलग कारण होते हैं और इनका ईलाज भी अलग तरह से किया जाता है।
तो सबसे पहले जानेंगे की ,
पाइल्स किसे कहते हैं?
पाइल्स या बवासीर एक खास प्रकार की बीमारी होती है जिसमे मलद्वार (Anus) के आस पास जो रक्त वाहिकाएं (Blood Vessels) जब सूज जाती है , तब इसे पाइल्स कहते हैं।
पाइल्स होने के मुख्य तीन कारण हैं
- आनुवांशिक कारक (Genetical factor)
- गुरुत्वाकर्षण (Gravity)
- बढ़ती उम्र (Age)
पाइल्स होने के अन्य कारण
- पुरानी कब्ज या दस्त (Chronic constipation or diarrhea)
- लंबे समय तक टॉयलेट सीट पर बैठे रहे (Prolonged sitting on a toilet seat)
- धुम्रपान और शराब (Smoking & Alcohol)
- अस्वास्थ्यकारी आहार (Unhealthy Diet)
- अधिक वजन होना (Being overweight)
फिशर किसे कहते हैं?
फिशर एक खास प्रकार की मलद्वार (Anus) की बीमारी है जिसमे मलद्वार (Anus) के किसी भाग में यदि कट या दरार लग जाये तो उसे फिशर कहते हैं।
- ये कट या दरार सामान्यतः 6 ‘O ‘ Clock के पोजीशन पर लगता है।
- लेकिन ये कट या दरार गर्भवती महिलााओं को ये 12 ‘O ‘ Clock पोजीशन पर लगता है।
फिशर के लक्षण
मल त्याग करते वक्त दर्द होना, जलन होना या कभी कभी रक्ततस्राव होना
फिशर होने के कारण
- तनाव (Stress)
- लंबे समय तक टॉयलेट सीट पर बैठे रहना (Prolonged sitting on a toilet seat)
- कब्ज़ (Constipation)
- तथा, मल त्याग करते वक्त बहुत जोर लगाना (Too much force during bowel movements)
भगंदर (एनल फिस्टुला) किसे कहते हैं ?
गुदा द्वार के आसपास एक छेद बन जाता है। जिससे की गुदा के अंदर संक्रमण फ़ैल जाता है , और ये मलद्वार से नितंब के रास्ते बाहर निकलने की कोशिश करता है , इसे ही भगंदर (एनल फिस्टुला) कहते हैं।
पायलोनिडल साइनस किसे कहते हैं ?
पायलोनिडल साइनस एक छोटा सिस्ट या फोड़ा होता है, जोकि नितंबों के ऊपरी हिस्सों में या बीच में हो सकता है । यह ज्यादातर उन पुरुषों को होता है और साथ ही युवाओं में ज्यादा आम होता है जिनके नितम्बों के बीच में ज्यादा बाल होते हैं।
पायलोनिडल साइनस होने के कारण
- नितम्बों के बीच में ज्यादा बाल होना
- घर्षण (जो लोग ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं )
- अधिक वजन या मोटापा होना